असुर

असुर समीक्षा

हाइली रिकमंडेड सीरीज, रात की इस घड़ी रिव्यु लिखने की कोई तुक तो नहीं, पर मुझे एक वरदान है कि मैं किताब पढ़ के और मूवी देख के भूल जाता हूँ, पर कभी जरूरत पड़ जाए तो उसे रिकवर भी कर लेता हूँ । आप कहेंगे इसमें वरदान क्या है ? ये तो आप भुलक्कड़ हुए महाराज । पर यही तो आनंद है, जब भी दुबारा पढ़ो या देखो, नया सा लगता है । ख़ैर मैं यहाँ आया हूँ वूट की वेबसीरीज असुर का रिव्यु आपके सामने रखने, तो साहबान काफी अच्छी सीरीज है, जरूर देखें ।

सीरीज का खलनायक शुभ नामक एक ब्राम्हण है जो बनारस का रहने वाला है । उसके पिता उसका जन्म कुछ ऐसे प्लान करना चाहते हैं जिससे वो शुभ मुहूर्त में पैदा हो और देवताओं की तरह गुण और ओज लेकर पैदा हो । पर समय को कौन बाँध सका है, होनी को कुछ और मंजूर होता है, बालक निश्चित तिथि से दो दिन पूर्व,माँ  के साथ हुई एक दुर्घटना के कारण, जन्म ले लेता है । और ग्रह नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार ये वो नक्षत्र स्थिति होती है जिसमें असुर का जन्म होता है । दुर्घटना में माँ की मृत्यु हो जाती है जिसका दोष, पिता अपनी नवजात संतान को देता है और उसे असुर कह कर पुकारता है । बालक अपने दादा जी की छत्रछाया में और पिता की गालियों, नफरत के बीच बड़ा होता है । बालक का iq लेवल बहुत हाई, 139 होता है, जिसकी वजह से वो किसी भी किताब को मात्र देखने भर से याद कर लेता है । पिता से त्रस्त बालक एक दिन अपने तेज़ दिमाग का फायदा उठा कर पिता का ऐसे कत्ल करता है कि सब उसे दुर्घटना मान लेते हैं, सिवाए उस समय वहाँ हाजिर cbi अफसर धनंजय (अरशद वारसी) के । धनंजय, शुभ के भीतर छिपे होमिसाईडल मैनियाक को पहचान लेता है और सबूतों में हेरफेर करके, बालक को 18 साल का बता कर, उसे जेल भिजवा देता है ।

यही बालक, जेल में आग लगा कर भाग जाता है, और करने लगता है परफेक्ट कत्ल, जिसका कोई सुराग cbi को नहीं मिलता । बातें बहुत सी हैं, मैं सब बता भी सकता हूँ, पर इससे आपका मजा जाता रहेगा, अभी ही मैंने कई राज खोल दिए हैं, जो सीरीज में धीरे-धीरे सामने आते हैं ।

सीरीज में कुछ विरोधाभास भी हैं, जैसे मैं पहले एपिसोड में ही जान गया था कि हत्यारा अकेला नहीं, कम से कम 2 लोग इन्वॉल्व हैं । यही बात हीरो अरशद वारसी को 5वें एपिसोड में समझ आती है, वो भी किसी और के सुझाए । ऐसी ही कुछ बातें हैं, जो मैं यहाँ नहीं लिखना चाहता, और कल मुझसे पूछेंगे तो शायद मैं भूल भी चुका होऊँगा। बहरहाल, सारे सवालों के जवाब देखने के लिए आप देखिए वूट की वेबसीरीज असुर 🙏😬

समाचार समाप्त हुए!

सीरीज वूट एप्प पर उपलब्ध है। आप इस सीरीज को निम्न लिंक पर जाकर देख सकते हैं:
असुर

© राशिद शेख

About विकास नैनवाल 'अंजान'

विकास नैनवाल को अलग अलग तरह के विषयों पर उन्हें लिखना पसंद है। एक बुक जर्नल नाम से एक वेब पत्रिका और दुईबात नाम से वह अपनी व्यक्तिगत वेबसाईट का संचालन भी करते हैं।

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7 Comments on “असुर”

  1. नए ब्लॉग की बधाई और शुभकामनाएं। उम्मीद है यहाँ भी ज्ञान के साथ साथ मनोरंजन करने में सहायक सिद्ध होगी। इस वेब सीरीज की इनफार्मेशन देने के लिए हृदय से आभार। मैं जल्द ही देखने की कोशिश करूंगा।

  2. नए ब्लॉग की बधाई, मेरे रिव्यु से शुभारंभ करने के लिए धन्यवाद

  3. नए ब्लॉग के लिए शुभकामनाए। उम्मीद है आपके बाकी ब्लॉग्स की तरह ये भी मनोरंजन और जानकारी से भरपूर होगा। पहली पोस्ट ही बेहतरीन है। 🙂

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