हीरामंडी के ‘ताजदार’ अब बन गए नेशनल क्रश, भंसाली की सीरीज को मिल रहा है अच्छा रिस्पॉन्स

हीरामंडी

संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज ’हीरामंडी’ (Heeramandi) इन दिनों काफी चर्चा में है। इस सीरीज को फैंस की तरफ से मिला-जुला रिस्पॉन्स मिल रहा है। ये वेब सीरीज 1 मई को नेटफ्लिकस( Netflix) पर रिलीज कर दी गई थी।

इस सीरीज में ‘ताजदार’ का किरदार निभाकर ताहा शाह बदुशा (Taha Shah Badussha) सभी के नेशनल क्रश बन चुके हैं। उनके इस किरदार की सभी तारीफ कर रहें हैं। आपको बात दें कि एक्टर ताहा शाह ने इसमें ताजदार बलोच का किरदार निभाया है। एक आंदोलनकारी और एक प्रेमी के रूप में ताहा ने अपनी एक्टिंग का जौहर दिखाया है।

वो कहते हैं न कि कलाकार चाहे छोटा हो या बड़ा उसके बनने के पीछे संघर्ष की एक कहानी होती है। एक ऐसा मौका सभी को चाहिए होता है जिसके चलते वह दर्शकों के मन में अपनी एक छाप छोड़ सकें। ऐसा ही मौका ताहा के लिए हीरा मंडी साबित हुआ है। पर हीरामंडी तक पहुँचने के लिए उन्होंने काफी स्ट्रगल किया है। भले ही इस सीरीज ने उन्हें स्टार बना दिया हो लेकिन वह पिछले 14 सालों से इंडस्ट्री में सक्रिय हैं मगर उन्हें कभी ऐसा मौका ही नहीं मिल पाया कि वो खुद को साबित कर पाएँ।

‘इंस्टैंट बॉलीवुड’ को दिए इंटरव्यू में एक्टर ने अपने स्ट्रगल के दिनों को याद किया। एक्टर ने बताया कि वह कई बार पैसे दे देकर ऑडिशन देने जाते थे जहाँ उनके साथ कई बार फ्रॉड भी हुआ। यहाँ तक कि बॉलीवुड पार्टीज में भी जाकर एक्टर ने अपने कॉन्टैक्ट बनाने की कोशिश की लेकिन इसके बावजूद उन्हें कभी काम नहीं मिला।ताहा ने बताया कि कई बार वह ऑडिशन देने के लिए 13 घंटे लाइन में लगे रहते थे।

बता दें कि हीरामंडी से पहले ताहा ने फिल्म ‘लव का दि एंड’ से डेब्यू किया था। इसके बाद उन्हें फिल्म गिप्पी में देखा गया था। इन दो फिल्मों के अलावा उन्हें कभी कोई खास रोल नहीं मिल पाया। हीरामंडी को ताहा ने अपने करियर की नयी शुरुवात बतायी है।

वेब सीरीज के बारे में:

हीरामंडी: जहाँ तावायफ़ें रानियाँ हुआ करती थीं
हीरमंडी: जहाँ तवायफें रानियाँ हुआ करती थीं

‘हीरामंडीः द डायमंड बाज़ार’ संजय लीला भंसाली द्वारा निर्मित एवं निर्देशित एक पीरियड ड्रामा वेब श्रृंखला है। यह श्रृंखला ब्रिटिश राज के खिलाफ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान लाहौर में हीरामंडी में तवायफ़ों के जीवन के बारे में है। इसमें सीरीज में मनीषा कोइराला (Manisha Koirala), सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha), अदिति राव हैदरी (Aditi Rao Hydari), ऋचा चड्ढा(Richa Chadha), संजीदा शेख़ (Sanjeeda Sheikh) और शर्मिन सहगल मेहता (Sharmin Segal Mehta) हैं। साथ ही ताहा शाह बादुशा, फ़रीदा जलाल, शेखर सुमन, फ़रदीन ख़ान, श्रुति शर्मा और अध्ययन सुमन सहभूमिकाओं में हैं। इस सीरीज में कुल 8 एपिसोड हैं। वेब सीरीज हीरामंडी की तवायफों, उनकी संस्कृति, उनकी आपसी राजनीति और आजादी की लड़ाई में उनके योगदान के ऊपर बनायी गयी है। अक्सर तवायफ़ और सेक्स वर्कर को एक ही मान लिया जाता है पर यह शृंखला इस भ्रांति को भी तोड़ती है।

About सुजाता देवराड़ी

सुजाता देवराड़ी मूलतः उत्तराखंड के चमोली जिला से हैं। सुजाता स्वतंत्र लेखन करती हैं। गढ़वाली, हिन्दी गीतों के बोल उन्होंने लिखे हैं। वह गायिका भी हैं और अब तक गढ़वाली, हिन्दी, जौनसारी भाषाओँ में उन्होंने गीतों को गाया है। सुजाता गुठलियाँ नाम से अपना एक ब्लॉग भी चलाती हैं।

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