गीत ‘हिमालय बचौण छ’ के माध्यम से प्रहलाद मेहरा और हेमंत पांडे ने किया पर्यावरण संरक्षण का आवाहन

कई हिंदी फिल्मों और टीवी धारवाहिकों में अदाकारी का जलवा बिखेरने वाले हेमंत पांडे (Hemant Pandey) इस बार कुमाऊँनी गीत ‘हिमालय बचौण छ ‘ में नजर आये। चाँदनी एंटरप्राइजेस (Chandni Enterprises) के यूट्यूब चैनल पर रिलीज हुए गीत ‘हिमालय बचौण छौ ‘ में वह लोगों से हिमालय बचाने की अपील करते हुए नजर आ रहे हैं।

उत्तराखण्ड राज्य देश और विदेश में अपनी नैरसर्गिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। प्रकृति ने अपनी प्राकृतिक निधि को यहाँ दिल खोलकर लुटाया है। यहाँ के पहाड़, झरने, जंगल और पानी के स्रोत अपनी खूबसूरती से लोगों को आकर्षित करते आए हैं। लोग शहरों के दमघोटू वातावरण से चैन की साँस लेने पहाड़ों की तरफ आते रहे हैं। लेकिन कुछ वर्षों से विकास की अंधी दौड़ ने उत्तराखण्ड के मनुष्य की आँखों में लालच की पट्टी बांध दी है। वह अपने लालच के चलले प्रकृति को नुकसान पहुँचा रहा है। गीत ‘हिमालय बचौण छ’ इसी नुकसान को रोककर प्रकृति का संरक्षण करने का आवाहन लोगों से कर रहा है। इस गीत में उत्तराखण्ड की भव्यता का विवरण तो मिलता ही है साथ में चिपको आंदोलन से जुड़े गौरा देवी,चंडी प्रसाद भट्ट और सुंदर लाल बहुगुणा के समान दोबारा नया आंदोलन करने का आवाहन भी गायक द्वारा किया जा रहा है।

इस गीत के बोल प्रसिद्ध लोक गायक प्रह्लाद मेहरा और हेमंत बिष्ट द्वारा लिखे गए हैं और इसे प्रह्लाद मेहरा द्वारा ही अपनी आवाज से सजाया गया है। संगीत की अगर बात करूँ तो रंजीत सिंह ने अपने बेहद प्रेरणात्मक संगीत से इस गीत को और ख़ूबसूरत बना दिया है। इस गीत के वीडियो में हेमंत पांडे (Hemant Pandey) के साथ प्रह्लाद मेहरा ( Prahlad Mehra) और दिनेश गुरुरानी (Dinesh Gururani) अभिनय करते हुए नजर आए हैं।

पाँच सितंबर को रिलीज हुआ यह गीत लोगों के द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। उम्मीद है इस गीत के माध्यम से जो पहल इन कलाकारों ने की है वह बड़े वर्ग तक पहुँचेगी और उन्हे पर्यावरण संरक्षण के इस महत्वपूर्ण मुद्दे के ऊपर गंभीरता से विचार करने की प्रेरणा देगी।

बताते चले धारवाहिक ऑफिस-ऑफिस के ‘पांडे जी’ के रूप में प्रसिद्ध हुए हेमंत पांडे मूलतः पिथोरागढ़ के ही हैं। वह हिंदी फिल्मों और कई हिंदी धारवाहिकों में किए गए अपने कुशल अभिनय से प्रशंसा हासिल कर चुके हैं। वह पहाड़ी इंडस्ट्री में भी सक्रिय हैं और यदा कदा पहाड़ी गीतों और फिल्मों में भी अपना योगदान देते आ रहे हैं।

About विकास नैनवाल 'अंजान'

विकास नैनवाल को अलग अलग तरह के विषयों पर उन्हें लिखना पसंद है। एक बुक जर्नल नाम से एक वेब पत्रिका और दुईबात नाम से वह अपनी व्यक्तिगत वेबसाईट का संचालन भी करते हैं।

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