‘पाण्डवाज़’ के टाइम मशीन शृंखला की नई प्रस्तुति है यकुलाँस

'पाण्डवाज़' की नई प्रस्तुति है यकुलाँस

एक लंबे अंतराल के बाद पाण्डवाज़ टाइम मशीन सीरीज को एक नये अंदाज में लेकर वापस लौटा है। इस बार यह समूह कोई गीत नहीं बल्कि एक दिल को झकझोर देने वाली फिल्म को दर्शकों के समक्ष लेकर प्रस्तुत हुआ है। जी हाँ, पाँडवाज द्वारा निर्मित टाइम मशीन सीरीज की फिल्म ‘यकुलाँस’ पाण्डवाज़ के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर 27 अगस्त रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म को दर्शकों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है। और अब तक इसे 90 हजार करीब व्यूस मिल चुके हैं।

फिल्म का लेखन और निर्देशन कुणाल डोभाल (Kunal Dobhal) ने किया है। इसके डीओपी सलिल डोभाल (Salil Dobhal) हैं। फिल्म के आर्ट निर्देशक प्रेम मोहन डोभाल (Prem Mohan Dobhal) हैं और संगीतकार ईशान डोभाल (Ishaan Dobhal) हैं। फिल्म में लिरिक्स जगदंबा चमोला (Jagdamba Chamola) और प्रेम मोहन डोभाल (Prem Mohan Dobhal) द्वारा लिखे गए हैं।

यह फिल्म पहाड़ के गांवों के फैले एकाकीपन को दर्शाने का प्रयास करती है। पलायन के चलते कैसे भरे पूरे गाँव खाली हो रहे हैं उसको एक अलग दृष्टि से दर्शाती है। पाण्डवाज़ को उनके प्रशंसक उनके संगीत के माध्यम से जानते हैं और इस फिल्म में भी उनकी यह खूबी दृष्टिगोचर होती है। फिल्म के आखिर में कविता के साथ गीत का जो मिश्रण किया है वो वाकई अद्भुत है।

आपको बताते चलें कि इससे पहले टाइम मशीन शृंखला में तीन गाने रिलीज हो चुके हैं जिन्होंने एक अलग लेवल का रिकार्ड कायम किया था।

टाइम मशीन का पहला गीत ‘घुघुति-बसूति’ था जो नरेंद्र सिंह नेगी जी के गीत का नया वर्जन था। 2017 में आए इस गीत में बहुत से गायकों जैसे अमित थपलियाल (Amit Thapliyal), अंजलि खरे(Anjali Khare), अनामिका वशिष्ठ (Anamika Vashisth), सुनिधि वशिष्ठ (Sunidhi Vashisth), सूर्यानशु रावत (Suryanshu Rawat), विवेक नौटियाल (Vivek Nautiyal), मनीष खली (Maneesh Khali) ने अपनी आवाज़ दी थी। इस गीत में संगीत ईशान डोभाल (Ishaan Dobhal) ने दिया था, इसका वीडियो कुणाल डोभाल(Kunal Dobhal) ने बनाया और इस गीत के डी. ओ. पी. सलिल डोभाल (Salil Dobhal) ने की थी।

फिर बारी आई टाइम मशीन सीरीज के दूसरे गीत “फुलारी” की जो कि इस बार भी नरेंद्र सिंह नेगी जी के किसी पुराने गीत का नया वर्जन था। इस गीत को चार सिंगर्स कवीन्द्र सिंह (Kavindra Singh Negi), अंजलि खरे(Anjali Khare) , अनामिका वशिष्ठ (Anamika Vashisth), सुनिधि वशिष्ठ (Sunidhi Vashisth) ने अपनी आवाज से सजाया था। संगीत, वीडियो और डी. ओ. पी. की कमान तीनों भाइयों ने संभाली थी।

23 दिसम्बर 2017 को जब टाइम मशीन सीरीज के तीसरे गाने की लॉन्चिंग हुई तो कइयों की आँखें नम हुई। किसी की आँखें अपनी पुरानी यादों में डूबी, कईयों की अपनी बेटी के विदाई की याद आयी और कईयों के मन को शादी के भावुक क्षणों ने क्षणों ने छू लिया। इस गीत के लिरिक्स उत्तराखंड के लोकगीतों से लिए गए थे। इस गीत की छाप इतनी गहरी थी कि ये गीत कभी ना भूलने वाले गीतों की सूची में शामिल हो गया। इसकी एक खासियत ये भी थी कि इसे बेहद खूबसूरत और भावुक अंदाज में फिल्माया गया था।


पाण्डवाज की यह नवीन प्रस्तुति यकुलांस एक प्रयोग था जिसे दर्शकों का भरपूर प्यार मिल रहा है। अब देखना ये है कि पाण्डवाज़ की तिकड़ी और टाइम मशीन सीरीज का अगला पड़ाव क्या होगा। इस बार की तरह एक जरूरी मुद्दे पर बात करती कोई एक लघु-फिल्म होगी या फिर दिल के तारों को झंकृत कर देना वाला कोई मधुर गीत।

About सुजाता देवराड़ी

सुजाता देवराड़ी मूलतः उत्तराखंड के चमोली जिला से हैं। सुजाता स्वतंत्र लेखन करती हैं। गढ़वाली, हिन्दी गीतों के बोल उन्होंने लिखे हैं। वह गायिका भी हैं और अब तक गढ़वाली, हिन्दी, जौनसारी भाषाओँ में उन्होंने गीतों को गाया है। सुजाता गुठलियाँ नाम से अपना एक ब्लॉग भी चलाती हैं।

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