कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर सुनिए भगवान कृष्ण से जुड़े ये बेहतरीन गीत

Songs on Sri Krishna

वो प्रेम है, वो भक्ति है, वो श्रद्धा है, वो आस्था है वही राग है और वही गीत है। वो पालनहार है, वो दुख विनाशक है, वो संसार है, वो मित्र है, वो नृत्य है, वही साथी है और वही सारथी भी है। वो कण-कण में बसने वाला तेज है, मुरली मनोहर श्याम है, कभी राम है तो कभी नारायण है। वो कभी मनुष्य रूप है तो कभी ईश्वर रूपी शक्ति है वो सबके मन को भाने वाले हमारे प्रभु श्री कृष्ण हैं।

आप सभी को मेरी और चलचित्र सेंट्रल की ओर से कृष्णजन्माष्टमी की बहुत- बहुत शुभकामनाएँ।

चलचित्र सेंट्रल पर आज हम आपके लिए लेकर आए हैं श्री कृष्ण पर आधारित बॉलीवुड के कुछ चुनिंदा बेहतरीन गीतों की सूची। हमें उम्मीद है कि इन गीतों को सुनकर आपका मन हर्षोल्लास से भर उठेगा।

यशोमती मैया से बोले नंदलाला (Yashomati Maiyya Se Bole Nandlala)

बाल कृष्ण की मासूमियत को शायद ही किसी गीत ने इतने खूबखूसरती से दर्शाया है। यशोमती मैया से बोले नंदलला 1978 में रिलीज हुई फिल्म सत्यम शिवम सुंदरम में आया था। इस गीत के बोल लिखे थे पंडित नरेंद्र शर्मा ने और इसे लता मंगेशकर और मन्ना डे ने अपनी आवाज से सजाया था। गीत को संगीतबद्ध लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल ने किया था।

(Yashomati Maiyya Se Bole Nandlala)
यशोमती मैया से बोले नंदलाला । चित्र स्रोत: यूट्यूब स्क्रीन ग्रैब


गीत निम्न लिंक पर क्लिक करके सुना जा सकता है।
यशोमती मैया से बोले नन्दलाला

मच गया शोर सारी नगरी रे (Mach Gaya Shor Sari Nagri Mein )

कृष्ण के कई स्वरूप हैँ और हर स्वरूप में वह अपने भक्तों का मन मोह लेते हैं। जहाँ एक तरफ उनके बालपन मासूमियत से जुड़ा है वहीं उनके बाल्यकाल की शरारतें भी मन मोह लेती हैं। यही कारण है कि कई जगह मटकी फोड़कर भी इस पर्व को मनाया जाता है।

वर्ष में 1982 आई खुद्दार फिल्म का गीत मच गया शोर सारी नगरी रे श्री कृष्ण के इसी शरारती स्वरूप को दर्शाता है। मजरूह सुल्तानपुरी की कलम से निकले इस गीत को किशोर कुमार और लता मंगेशकर ने अपनी आवाज के जादू से सजाया था । गीत में संगीत राजेश रोशन का था। गीत को अमिताभ बच्चन और परवीन बॉबी पर फिल्माया गया था। तो इस सुंदर गीत का लुत्फ लीजिए।

गोविंदा आला रे (Govinda Aala Re)

कृष्ण जन्माष्टमी की बात हो तो मोहम्मद रफी की आवाज में आये गीत गोविंदा आला रे की बात न हो ये तो हो ही नहीं सकता है। गोविंदा आला रे 1963 में रिलीज हुई फिल्म ब्लफ़मास्टर में आया था। गीत को शम्मी कपूर के ऊपर फिल्माया गया था। गीत के बोल कल्याणजी आनंदजी द्वारा लिखे गए थे और उनके द्वारा ही इन्हे संगीत बद्ध किया गया था। आज भी यह गीत उतना ही पसंद किया जाता है जितना तब किया जाता था जब यह रिलीज हुआ था।

गोविंदा आला रे | शम्मी कपूर | ब्लफ़मास्टर
गोविंदा आला रे | चित्र स्रोत: यूट्यूब स्क्रीन ग्रेब


गीत निम्न लिंक पर जाकर सुना जा सकता है
गोविंदा आला रे

हे रे कन्हैया (He Re Kanhaiya)

यह तो सभी जानते हैं कि कृष्ण जी को जन्म भले ही देवकी जी ने दिया हो लेकिन परिस्थिति ऐसी हो गयी थी कि उनका पालन पोषण यशोधा जी ने किया था। वर्ष 1971 में आई फिल्म छोटी बहु का यह गीत हे रे कन्हैया किसको कहेगा तू मैया उनके जीवन के इसी पहलू को केंद्र में रखकर लिखा गया है। गीत के बोल इंदीवर ने लिखे थे और इसे किशोर कुमार द्वारा गाया गया था। गीत को संगीतबद्ध कल्याणजी आनंदजी द्वारा किया गया था।

हे रे कन्हैया (He Re Kanhaiya)
हे रे कन्हैया


गीत निम्न लिंक पर जाकर सुना जा सकता है:
हे रे कन्हैया

किसना (Kisna)

आपको साल 2005 में आई विवेक ओबरॉय और ईशा शरवानी की फिल्म ‘किसना’ तो याद ही होगी। फिल्म सुभाष घाई द्वारा बनाई गयी थी। इस फिल्म का एक गीत ‘वो किसना है’ साल का सबसे बड़ा गीत बना था, जिसमें ए. आर. रहमान ने संगीत दिया। गीत के बोल जावेद अख्तर द्वारा लिखे गए थे और इस गीत को अपनी आवाज सुखविंदर सिंह ने दी थी। ये गीत टिप्स म्यूजिक के ऑफिसियल चैनल से रिलीज किया गया। तब से लेकर आज तक स्कूलों से लेकर कॉलेजों में बच्चे इस गीत पर अपनी प्रस्तुति देकर अपने हुनर का परिचय देते हैं। आज जन्माष्टमी के उत्सव पर कोई न कोई बच्चा इस गीत पर झूम रहा होगा। तो चलिए अगर इस गीत को लेकर आपकी भी कोई याद है तो आज फिर इसे सुनकर उन यादों को ताजा करके भगवान श्री कृष्ण को प्रणाम कर उनकी भक्ति में सरीख हो जाइए।

कान्हा सो जा जरा (Kanha Soja Jara)

मधुश्री की मखमली आवाज का अंदाजा आपको फिल्म बाहुबली 2 के गीत ‘कान्हा सो जा जरा’ से हो ही गया होगा। बेहतरीन आवाज, एम. एम. कीरवनी का बेहतरीन संगीत और फिल्म तो धांसू थी ही। ये एक लौता गीत बना जिसने बाहुबली 2 के सारे गीतों को पछाड़ दिया था। भक्ति रस में लीन इस गीत की लोकप्रियता इतनी बढ़ी की उस दौरान टीवी के हर रियलिटी शोज में ये गीत गाया जाने लगा, इस गीत पर नृत्य किये जाने लगे। मनोज मुंतशिर ने भी कमाल के बोल लिखे थे। इस गीत को ज़ी म्यूजिक कंपनी से रिलीज किया गया । तो आईए एक बार फिर लुत्फ उठाइए इस खूबसूरत भजन का और खो जाइए अपने कृष्णा की धुन में।

राधा कैसे ना जले (Radha Kaise Na Jale)

आमिर खान और ग्रेसी सिंह की मस्ती और नटखट भरे अंदाज से सजा है फिल्म ‘लगान’ का ये गीत ‘राधा कैसे ना जले’ जिसे अपनी आवाजें दी हैं आशा भोंसले और उदित नारायण ने। गीत के बोल जावेद अख्तर द्वारा लिखे गए हैं। ए. आर. रहमान के संगीत से सजा ये गीत 2015 में सोनी म्यूजिक से रिलीज किया गया था।

ये गीत हमेशा से हर प्रोग्राम की शान रहा है। यहाँ तक की शादियों में जोड़ों के बीच भी ये गीत काफी लोकप्रिय रहा है। आईए आज के पावन पर्व पर अपनी सारी बचपन की यादें ताजा करते हैं और सुनते हैं ये मधुर गीत।

बड़ा नटखट है (Bada Natkhat Hai)

1973 की फिल्म अमर प्रेम आज भी अपने गीतों के लिए याद की जाती है। एक से बढ़कर एक नगीने इस फिल्म में गीत के रूप में पिरोये गए थे। शर्मिला टेगोर और राजेश खन्ना पर आधारित इस फिल्म का एक गीत ‘बड़ा नटखट है’ उस दौर से लेकर आज तक हर माँ के लिए सौगात के रूप में उनके दिल के करीब है। एक माँ का अपने बच्चे के प्रति किस तरह का वात्सल्य रहता है इस गीत में दिखाया और गाया गया है। कहा जाता है की बालपन भगवान का रूप होता है इसलिए हर माँ अपने बेटे को मैया यशोदा की तरह प्रेम करती है इसी खयाल का ताना बाना बनाकर इस गीत की रचना की गई है। गीत के बोल आनंद बक्शी जी द्वारा लिखे गए थे और इसका संगीत आर डी बर्मन द्वारा दिया गया था।

गीत निम्न लिंक पर जाकर सुना जा सकता है:
बड़ा नटखट है

हरे कृष्णा हरे कृष्णा (Hare Krishna Hare Krishna)

कैलाश खैर अपनी सूफी आवाज के लिए मशहूर हैं इसलिए ज्यादातर गीत भक्ति रस पर आधारित होते हैं। उनका बॉलीवुड गीतों के प्रति भी उतना प्रेम है मगर भक्ति और सूफ़ी कैलाश खैर को ज्यादा पसंद है। उनके गले में सच में माँ सरस्वती का वास है क्योंकि जब कैलाश खैर गाते व्यक्त ऊँची तान लेते हैं तो सुनने वाले हैरान होने के साथ-साथ मंत्रमुग्ध भी हो जाते हैं। इस भक्ति को जारी रखते हुए इस बार भी टिप्स म्यूजिक से उनका एक भजन रिलीज हुआ है जिसके बोल हैं ‘हरे कृष्णा, हरे कृष्णा’ । इस गीत को बोल दिए हैं समीर अंजान ने और इसका संगीत तैयार किया सिद्धांत माधव ने। इस गीत का वीडियो डारेक्शन ध्रुव सचदेव ने किया है। तो आइए सुनते हैं कृष्णा का ये खूबसूरत भजन।

About सुजाता देवराड़ी

सुजाता देवराड़ी मूलतः उत्तराखंड के चमोली जिला से हैं। सुजाता स्वतंत्र लेखन करती हैं। गढ़वाली, हिन्दी गीतों के बोल उन्होंने लिखे हैं। वह गायिका भी हैं और अब तक गढ़वाली, हिन्दी, जौनसारी भाषाओँ में उन्होंने गीतों को गाया है। सुजाता गुठलियाँ नाम से अपना एक ब्लॉग भी चलाती हैं।

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